अनचाही प्रेगनेंसी से बचने के उपाय


अनचाही प्रेगनेंसी से बचने के उपाय

कई कारणों से कई बार महिलायें गर्भधारण से बचना चाहती हैं। गर्भावस्‍था को रोकने के लिए बहुत संख्‍या में उपाय उपलब्‍ध है और यह काफी प्रभावी भी है। लेकिन यह जानना बहुत जरूरी है कि हमारे लिये कौन सा उपाय प्रभावी है। यहां दिये उपायों में पारंपरिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण दोनों शामिल हैं।

1. कॉपर टी गर्भधारण को रोकने और प्रेगनेंसी से बचने के लिए कॉपर टी का उपयोग बहुत ही कारगर साबित होता है इसका उपयोग भी आसान होता है और इसे एक बार लगा लेने से आप कई सालों के लिए गर्भवती होने से बच सकती हैं कॉपर टी एक प्रकार की छोटी सी प्लास्टिक की छड़ होती है जिससे महिला के गर्भाशय में लगा दिया जाता है यह मुख्य रूप से स्पर्म को egg से मिलने से रोकता है।

2. नसबंदी यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए गर्भनिरोधक का स्थायी उपचार है। ट्यूबल बंधाव प्रक्रिया में महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब में कटौती कर अंडे को गर्भाशय और शुक्राणु तक पहुंचने से रोक दिया जाता है। और पुरुषों में अंडकोश की थैली की त्वचा में से वाहिका को ढूंढ कर स्थानीय शून्यता देकर एक छेद लगा दिया जाता है। नस को खून की नलियों और तंत्रिकाओं से अलग करके काटकर डॉक्टर दोनों ओर बांध देता है।

3. डायाफ्राम किनारों से लचीला गुंबद के आकार का सिलिकॉन कप है। यह संभोग से पहले ग्रीवा में डाला जाता है। योनि में प्रवेश करने वाले किसी भी शुक्राणु कोशिकाओं को मारने के लिए इसमें स्‍पर्मीसाइड केमिकल प्रयोग किया जाता है। हालांकि, यह केवल गर्भावस्था से 6 घंटे सुरक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है।

4. जन्‍म नियंत्रण शॉट इस जन्‍म नियंत्रण पद्धति में महिला के हाथ में हार्मोंन प्रोजेस्टिन का इंजेक्शन दिया जाता है। प्रभावी परिणाम प्राप्‍त करने के लिए, इंजेक्शन को गर्भावस्‍था रोकने के लिए हर तीन महीने में दोहराया जाना चाहिए। इस पद्धति के उपयोग करते हुए 2-8 प्रतिशत महिलाएं के गर्भवती होने की संभावना रहती है।

5. प्राकृतिक परिवार नियोजन परिवार नियोजन का यह प्राकृतिक उपाय सुरक्षित मासिक चक्र में किया जाता है। इस तरीके में ओव्यूलेशन पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध न रखने की सावधानियां बरती जाती हैं। प्राकृतिक परिवार नियोजन (NFP) गर्भनिरोधकों के सामरिक रूप में जाना जाता है। आमतौर पर महिलाएं में अपने मासिक धर्म चक्र शुरू होने के 7 से 10 दिनों के बाद, गर्भधारण के संभावना सबसे अधिक होती है। इस अवधि के दौरान सेक्‍स से बचने के लिए इसी प्राकृतिक परिवार नियोजन का इस्‍तेमाल किया जाता है।

6. पुरुष और महिला कंडोम कंडोम लेटेक्‍स या प्‍लास्टिक के बने होते हैं। यह सबसे किफायती और आसानी से मिलने वाला गर्भनिरोधक है। सेक्‍स के दौरान पुरुष इसे अपने लिंग पर पहनते हैं। यह महिला के शरीर में शुक्राणुओं के प्रवेश को रोकता है। जबकि महिला कंडोम गर्भाशय ग्रीवा को कवर करने और गर्भाशय के माध्यम से शुक्राणु को रोकने के लिए प्रयोग किया जाता है।

7. अंतर्गर्भाशयी डिवाइस को आईयूडी कहते हैं, एक प्‍लास्टिक का एक छोटा इम्‍प्‍लांट होता है जिसे डॉक्टर द्वारा गर्भाशय के अंदर रखा जाता है। आईयूडी को ज्‍यादा देखभाल जरूरत नहीं होती और यह लंबे समय तक चलने वाली होती है। कॉपर आईयूडी, 10 साल के लिए काम करती है। महिला जब गर्भधारण करना चाहे वह इसे बाहर निकाल सकती है।

8. इम्प्लांट यह हार्मोंनयुक्त छोटी छड़ होती है, जिसे महिला की बांह की त्‍वचा के नीचे डाला जाता है। इम्प्लांट कराने के बाद यह लगातार प्रोजेस्टॉन हार्मोंन निकालता रहता है जो महिला को गर्भवती होने से बचाता है। यह हार्मोंन महिला की गर्भग्रीवा के चारों तरफ के म्यूकस को गाढ़ा कर देता है, जिसके कारण शुक्राणु इसके पार नहीं जा सकते। हार्मोंन की मात्रा के अनुसार, यह अंडाशय से डिंब का उत्पादन भी बंद कर सकता है। यह उपाय तीन साल के लिए प्रभावी स‍ाबित होता है।

गर्भधारण रोकने के कुछ देसी तरीके

बाजार में आजकल अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए कई तरह के उपचार उपलब्ध हैं लेकिन बिना सोचे समझें इन चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। वहीं, पुराने समय में कुछ लोग अनचाहे गर्भ से बचने के लिए घरेलू तरीके भी अपनाते थे, इससे अनचाही प्रैग्नेंसी से बचाव हो सकता है।
1. पपीता
प्रेग्नेंसी में पपीता खाने से मना किया जाता है। इसका कारण है कि यह गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचाता है। अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए कच्चे पपीते में 2-3 नींबू का रस निचोड़ कर सेवन करें। पक्का पपीता खाने से भी गर्भ ठहरने की संभावना कम हो जाती है।

2. चावल और गुड़
100 ग्राम चावलों को 40 ग्राम गुड़ के पानी में 2-3 घंटे भिगो कर रखें। फिर इसे पीसकर रोटी बनाएं और बैगन की सब्जी के साथ खाएं। चावल-गुड से बनी रोटी को बैगन की सब्जी के साथ खाने से गर्भ ठहरने की संभावना न के बराबर रहती है।

3. अमरबेल
इसे कई नामों से जाना जाता है, यह एक प्रकार का पौधा होता है। इसकी पतली रसीली बेल को पीसकर दूध के साथ सेवन करने से गर्भ धारण की संभावना न के बराबर होती है। यह प्रेग्नेंसी रोकने के नैचुरल तरीका माना जाता है लेकिन इसे अपनाने से पहले डॉक्टरी सलाह लेना बहुत जरूरी है।

4. कटहल
कटहल की सब्जी के साथ बाजरे की रोटी खाने से भी अनचाहा गर्भ ठहरने की संभावना कम हो जाती है।

5. लहसुन और इलायची
लहसुन की कलिया और इलायची को बारी पीसकर इसका गर्म दूध के साथ सेवन करने से भी गर्भ ठहरने की संभावना कम हो जाती हैं। इसके अलावा नींबू,संतरे जैसी विटामिन सी से भरपूर चीजें खाने से भी प्रेग्नेंसी के चांस कम हो जाते हैं।

5. विड्राअल करना
गर्भधारण से बचने के लिए यह तरीका अपनाया जा सकता है। इसे बहुत भरोसेमंद तो नहीं कहा जा सकता लेकिन इससे किसी तरह का कोई साइड इफैक्ट होने का भी डर नहीं रहता। संबंध बनाते समय पुरुष वीर्य स्खलन से पहले ही लिंग को बाहर निकाल ले तो अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है।

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