औसतन पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या १०० से १५० लाख प्रति मिली लीटर होती है।
वीर्य में शुक्राणुओं की कमी या वीर्य की गुणवत्ता में गिरावट के कारण हर तीन में से एक जोड़ा मां-बाप बनने की समस्या से जूझ रहा है.शुक्राणुओं की कम संख्या वाले 5,177 पुरुषों पर एक स्टडी की गई. स्टडी से पता चला कि इनमें से 20 फ़ीसदी लोग मोटापे, उच्च रक्त चाप और बीमार करने वाले कोलेस्ट्रॉल से ग्रसित थे.
इसके साथ ही इनमें टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की भी कमी थी. इस स्टडी का कहना है कि जिनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम है उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याओं की भी जांच करानी चाहिए.
जिन पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम है वो मेटाबोलिक सिंड्रोम से जूझ रहे हैं. इनका वजन लंबाई के हिसाब से ज़्यादा होता है और इनमें हाई ब्लड प्रेशर की आशंका बनी रहती है.इनमें डायबीटीज, दिल की बीमारी और स्ट्रोक की भी आशंका प्रबल होती है.
बेहतर स्वास्थ्य और शुक्राणु की गतिशीलता को बढ़ाने के कारण
1.सही खाना खायें: यदि आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते है तो अपने आहार में स्वास्थ्यवर्द्धक और हेल्दी खाना खाने का सबसे ज्यादा उपयोग करे ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन्स विटामिन्स हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, फल, फाइबर जैसी चीजों को अपने आहार में शामिल कर शरीर को एक नई उर्जा प्रदान करें।
2. व्यायाम– वैसे तो मर्दों में शुक्राणुओं की संख्या में कमी बढ़ती उम्र के दौरान कम होने लगती हैं। लेकिन जब आप युवावस्था के समय ही इस समस्या से जकड़े है तो आपका घर बिखराव की कगार पर खड़ा हो जाता है। क्योकि पत्नी भी संभोग के दौरान नाखुश रहती है साथ ही बच्चे के जन्म लेने में भी परेशानी बनी रहती है और काफी हद तक शरीर में कमजोरी होने के कारण सेक्स आपके जीवन को प्रभावित करता है। इससे प्रजनन क्षमता के स्तर में कमी, कामेच्छा में कमी, शारीरिक कमी जैसी समस्याये उत्पन्न होती है। इन सब समस्याओं से लड़ने का एक ही उपाय है और वो है नियमित रूप से व्यायाम जो आपके शरीर को मजबूत बनाने के साथ आपके शुक्राणु को बढ़ाने में भी विशेष भूमिका अदा करता है।
3. शराब का सेवन न करें: काफी शोधों के अनुसार पाया गया कि एक से अधिक बार शराब पीने से मर्दों के शुक्राणुओं की क्षमता में कमी होने के साथ सेक्स इच्छा में कमी आ जाती है। साथ ही पुरूषों के सेक्स हार्मोन टेस्टास्टरोन के स्तर को खत्म करने लगता है इसलिए सेक्स जीवन को स्वस्थ और सुंदर बनाने के लिए शराब के सेवन के आदत में सुधार लाना ज़रूरी होता है।
4. धूम्रपान से बचें: यदि आप अपने शरीर को स्वस्थ रखने के साथ शुक्राणु को बढ़ाना चाहते हैं तो तुरन्त ही ध्रुमपान का सेवन करना बंद कर दें। एक पैक सिगरेट पीने से यह वीर्य में कैडमियम के स्तर को बढ़ाकर शुक्राणुओं की संख्या को कम करने लगता है। क्योंकि कैडमियम डी.एन.ए. को क्षति पहुँचाता है जिससे शुक्राणुओं के संख्या में कमी आ जाती है।
5. मनोरंजनात्मक दवाईयों को ना कहें- सेक्स के दौरान अपनी उत्तेजना का बढ़ाने के लिये आप कई प्रकार की दवाइयो का सहारा लेते है। जो बाद में आपकी सेक्स क्रिया को प्रभावित करने लगता है। जिससे पुरूषों के लिंग में रक्त का संचार सही तरीके से नही हो पाता और शुक्राणुओं के उत्पादन का स्तर गिरने से शुक्राणुओं की संख्या में कमी आने लगती है। इसलिए आप थोड़े से मनोरंजन के लिये इन दवाइयों के सेवन से बचें।
6. तनाव को जीवन से दूर करें- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए मन को स्वस्थ रखना काफी ज़रूरी होता है। यदि आप हमेशा तनावग्रस्त रहेगें तो आपका पूरी शरीर इसके गिरफ्त में आयेगा जिससे शरीर के सारे अंगों की गतिविधियों में परिवर्तन होने के साथ आपके सेक्स जीवन में भी इसके परिणाम देखने को मिल सकते है। तनाव के समय शरीर का रक्त संचार काफी तीव्र गति से काम करता है और यही रक्त में उच्च स्तर के होने से स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने लगते है और शुक्राणुओं की संख्या घटने लगती है जो आपके जीवन को बर्वाद कर देती है।
7. सेक्स के समय सुरक्षा का ध्यान रखें- संभोग करने के दौरान सुरक्षा का ध्यान नहीं रखने पर यौन संचारित रोग (STD) होने की संभावना बढ़ जाती है जो शुक्राणुओं के डी.एन.ए. और संख्या को पहले प्रभावित करता है।
8. ताप के संपर्क में कम रहें– अध्ययन के अनुसार जो लोग ज्यदा से ज्यादा बढ़ते तापमान के संपर्क में रहते है उनके शुक्राणुओं के उत्पादन में कमी आती है। यदि आप जल्द ही पिता बनने की सोच रहे है तो गर्म बाथटब, गर्म शावर, लेपटॉप को गोद में रखकर काम करने से भी दूर रहें। इसकी बढ़ती हिटिग आपकी शुक्राणु की क्षमता को कम कर नंपुसंक बना सकती है इसलिये जो लोग लबं समय तक इन गर्म चीजों के संपर्क में रहते है। उनके शुक्राणुओं पर इसका बुरा प्रभाव देखने को मिलता है।इसलिये कोशिश यही करें कि इस दौरान आप ठंडे पानी का उपयोग करें।
शुक्राणु बढ़ाने के घरेलु आयुर्वेदिक नुस्खे
शुक्राणुओं के पोषण में विटामिन C और फोलिक एसिड की प्रमुख भूमिका होती है। पालक (Spinach) और अन्य हरी पत्तेदार सब्जीयों में विटामिन और फोलिक एसिड अच्छी मात्रा में होते है। फोलिक एसिड (Folic acid) कम होने पर शरीर में स्वस्थ शुक्राणुओं के उत्पादन में कमी होती है। शरीर में पहले से उपस्थित शुक्राणु कुपोषित हो जाते है जो कि आपकी प्रजनन क्षमता को कम कर देते है। इसलिए अपने शरीर में फोलिक एसिड के स्तर को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से पालक और अन्य पत्तेदार सब्जीयों का नियमित सेवन करना चाहिए।
स्वादिष्ट और स्वास्थ्य वर्धक केला में बहुत सारे पोषक तत्व होते है जो शुक्राणुओं के पोषण में मदद करते है। केलाविटामिन A, विटामिन C और विटामिन B1 के अच्छे उत्पादक होते है जो शुक्राणु को स्वस्थ और उनके उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करते है। केले में बहुत ही उपयोगी और कम मात्रा में मिलने वाले एंजाइम होता है जिसे ब्रोमेलेन (Bromelain) कहते है। यह शुक्राणुओं की उत्पादन और उनकी सक्रीयता में वृद्धि करता है।
डार्क चॉकलेट अधिकतर कामुकता (sexuality) की इच्छाओं को दर्शाती है। यह आपके शरीर में शुक्राणुओं की वृद्धि करने में मदद करती है। चाकलेट में एल-आर्जिनिन एचसीएल (L-Arginine HCL) नाम का एमिनो एसिड होता है जो कि वीर्य और उसमें उपस्थित शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने में बहुत प्रभावी होता है। ऐसा माना जाता है कि चॉकलेट का नियमित सेवन कर पुरुषों में y शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। चाकलेट का सेवन कर आप अपनी यौन-तीव्रता (Sexual intensity) भी बढ़ा सकते है।
4. शतावरी बढ़ती है शुक्राणुओं की गतिशीलता: आयुर्वेदिक औषधी के रूप में शतावरी (Asparagus) का उपयोग किया जाता है। यह शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि करने सहायक होती है। शतावरी का उपयोग हम हरी सब्जी के रूप में करते है। इसमें विटामिन सी अच्छी मात्रा में होते जो कि शुक्राणुओं पर बहुत ही अच्छा प्रभाव डालता है। यह आपके अंडकोष (testicles) कोशिकाओं की सुरक्षा करता है और हानिकारक तत्वों का विरोध करता है।
5. लहसुन है लाभकारी: हम मसालेदार खाने को स्वादिष्ट और पोष्टिक बनाने के लिए लहसुन (Garlic) का उपयोग करते है। इसे आयुर्वेदिक उपचार में प्राचीन समय उपयोग किया जा रहा है। यह हमारे हृदय, स्वशन संक्रमण सहित अन्य शारीरिक बीमारीयों के उपचार में मदद करता है। इसमें कामोद्दीपक (aphrodisiac) की तरह एक पावर फुल घटक उपस्थित होता है। जो शुक्राणुओं की संख्या वृद्धि में लाभकारी होता है। एफ्रोडायसियाक एलिसिन यौगिक से युक्त होता है जो पुरूषों के जननांग में खून वितरण प्रणाली को मजबूत करता है। यह वीर्य और उसमें शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाने में सहायता करता है।
6. अनार है बहुत फायदेमंद: स्वादिष्ट और पौषटिक फल के रूप में अनार को जाना जाता है। यह शुक्राणुओं को बढ़ाने के साथ-साथ आपके वीर्य की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) भरपूर मात्रा में होते है जो हमारे शरीर की हानिकारक जीवाणुओं से रक्षा करते है। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट कुपोषित शुक्राणुओं को नष्ट करने में सहायक होते है और स्वस्थ शुक्राणुओं में वृद्धि करते है। अनार के रस (Pomegranate juice) का उपयोग प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए प्राचीन समय से किया जा रहा है। आप भी अपने यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए अनार का उपयोग कर सकते हैं।
7. अखरोट का सेवन है ज़रूर करें: ओमेगा-3 फैटी एसिड अच्छी मात्रा अखरोट में होती है जो अंडकोष (Testicle) में खून संचरण को बढ़ा कर शुक्राणुओं की मात्रा और उनके उत्पादन में वृद्ध करते है। यह आर्जिनिन (arginine) से परिपूर्ण होते है इनका कार्य भी शुक्राणुओं की वृद्धि करना होता है।अखरोट में एंटीऑक्सिडेंट भी होते है जो आपके खून में उपस्थित विषैले और हानिकारक पदार्थो को दूर करने में सहायक होते है।












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